रविवार, 5 नवंबर 2017

आपके वार्ड, नगर पालिका और नगर निगम के लिए मतदाता सूची डाउनलोड करें

   दोस्तों इस समय अपने उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव चल रहे हैं, परिणामस्वरूप जो लोग इन  चुनाव में प्रत्याशी है वह अपनी चुनाव रणनीति बनाने के लिए अपने वार्ड और निकाय की वोटर लिस्ट निकलवाने के लिए इंटरनेट सुविधा केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, हालाँकि कई लोंगो को वोटर लिस्ट ऑनलाइन निकालने की जानकारी है. पर आज मुझसे मेरे कई मित्रों ने जो की सभासद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं अपने वार्ड की लिस्ट निकालने के लिए फ़ोन किया। 
  तो मुझे लगा की चलो इस मुद्दे पर एक पोस्ट डाल दी जाये ताकि और भी लोंगो की कुछ मदद हो सके. तो चलिए जानते हैं की अपने निकाय/वार्ड की वोटर लिस्ट निकालने के लिए क्या करना है.
सबसे पहले आप यहाँ दिए गए लिंक पर क्लिक करके "उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग" की वेबसाइट पर जाएँ, आपके सामने इस तरह से विंडो ओपन होगी। 
      इसमें सबसे पहला विकल्प है निकाय का प्रकार : यहाँ पर आपको आपके यहाँ नगर निगम, नगर पालिका अथवा नगर पंचायत जिस प्रकार का निकाय हो उसको चुने।
    इसके बाद आपको अपना जिला चुनना है.
जिले का चयन करते ही आपके जिले में सम्बंधित निकाय की सूची आ जाएगी। इस सूची में से आपको अपने निकाय के नाम को चुनना है.
इसके बाद आपके सामने विकल्प है वार्ड का नाम, यहाँ से आपको अपने वार्ड को चयनित करना है. 
इसके बाद आपको निचे दिए गए बॉक्स में कैप्चा कोड डालना है, और सबमिट पर क्लिक करना है. 

इसके बाद आपके सामने एक बॉक्स आ जायेगा जिसमे आपको अपना मोबाइल नंबर डालना है. आपके मोबाइल पर एक (OTP) यानी वन टाइम पासवर्ड आएगा, जिसे आपको दर्ज करने है.


 इसके बाद आपके सामने इस तरह से स्क्रीन आ जाएगी, आप "Voter List Dowanload" पर क्लिक करके अपने वार्ड की लिस्ट डाउनलोड कर सकते हैं.


आशा है आपको अब कोई असुविधा नहीं होगी, साथ ही यदि आप चाहें तो इस वीडियो की मदद भी ले सकते हैं.

बुधवार, 18 अक्तूबर 2017

दीपावली की कोटि कोटि शुभ कामनाएँ

दिए और हम इंसानों के बीच कई समानताएं हैं,
दोनों मिट्टी के बने होते हैं, 
चेतना ही दोनों को प्रज्वलित करती है। 
दिया जलता है तो चारों उजाला फैलता है। 
हमारी चेतना प्रज्वलित होती है  तो घर, समाज और परिवेश में उजाला फैलता है।
इसी प्रज्वलित विचार के साथ दीपावली की कोटि कोटि शुभ कामनाएँ 

Ashish Mishra
Majestic India solar & electrical
Farrukhabad (U.P.)
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शुक्रवार, 13 जनवरी 2017

जानिए संक्रांति से जुड़ी कुछ जरुरी बातें, और संक्रांति का महत्व!

कल से लेकर आज तक व्हाट्सएप, फेसबुक, मेसेंजर आदि लोहरी और मकर संक्रांति की शुभकामनाओं से पटे पड़े हैं, लोग एक दूसरे को जमकर शुभकामनायें दे रहें हैं, तो चलिए शुभकामनाओ के साथ-साथ जानते हैं मकर संक्रांति के बारे में वह सब कुछ जो जानना जरुरी है:-
संक्रांति के है विविध रूप
मकर संक्रांति भारत के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में भी अलग-अलग रूपों में मनाई जाती है, वही भारत में भी इसे विभिन्न प्रदेशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, आइये देखते हैं किस जगह संक्रांति को किस नाम से मनाया जाता है
मकर संक्रान्ति : छत्तीसगढ़, गोआ, ओड़ीसा, हरियाणा, बिहार, झारखण्ड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल, और जम्मू
ताइ पोंगल, उझवर तिरुनल : तमिलनाडु
उत्तरायण : गुजरात, उत्तराखण्ड
माघी : हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब
भोगाली बिहु : असम
शिशुर सेंक्रात : कश्मीर घाटी
खिचड़ी : उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार
पौष संक्रान्ति : पश्चिम बंगाल
मकर संक्रमण : कर्नाटक
बांग्लादेश : पौष संक्रान्ति
नेपाल : माघे सङ्क्रान्ति या 'माघी सङ्क्रान्ति' 'खिचड़ी सङ्क्रान्ति'
थाईलैण्ड : सोङ्गकरन
लाओस : पि मा लाओ
म्यांमार : थिङ्यान
कम्बोडिया : मोहा संगक्रान
श्री लंका : पोंगल, उझवर तिरुनल
   सम्पूर्ण भारत में मकर संक्रान्ति विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। विभिन्न प्रान्तों में इस त्योहार को मनाने के जितने अधिक रूप प्रचलित हैं उतने किसी अन्य पर्व में नहीं।
    हरियाणा और पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में एक दिन पूर्व 13 जनवरी को ही मनाया जाता है। इस दिन अँधेरा होते ही आग जलाकर अग्निदेव की पूजा करते हुए तिल, गुड़, चावल और भुने हुए मक्के की आहुति दी जाती है। इस सामग्री को तिलचौली कहा जाता है। इस अवसर पर लोग मूंगफली, तिल की बनी हुई गजक और रेवड़ियाँ आपस में बाँटकर खुशियाँ मनाते हैं। बहुएँ घर-घर जाकर लोकगीत गाकर लोहड़ी माँगती हैं। नई बहू और नवजात बच्चे के लिये लोहड़ी का विशेष महत्व होता है। इसके साथ पारम्परिक मक्के की रोटी और सरसों के साग का आनन्द भी उठाया जाता है
     उत्तर प्रदेश में यह मुख्य रूप से 'दान का पर्व' है। इलाहाबाद में गंगा, यमुना व सरस्वती के संगम पर प्रत्येक वर्ष एक माह तक माघ मेला लगता है जिसे माघ मेले के नाम से जाना जाता है। 14 जनवरी से ही इलाहाबाद में हर साल माघ मेले की शुरुआत होती है। 14 दिसम्बर से 14 जनवरी तक का समय खर मास के नाम से जाना जाता है। एक समय था जब उत्तर भारत में है। 14 दिसम्बर से 14 जनवरी तक पूरे एक महीने किसी भी अच्छे काम को अंजाम भी नहीं दिया जाता था। मसलन शादी-ब्याह नहीं किये जाते थे परन्तु अब समय के साथ लोग बाग बदल गये हैं। 
       परन्तु फिर भी ऐसा विश्वास है कि 14 जनवरी यानी मकर संक्रान्ति से पृथ्वी पर अच्छे दिनों की शुरुआत होती है। माघ मेले का पहला स्नान मकर संक्रान्ति से शुरू होकर शिवरात्रि के आख़िरी स्नान तक चलता है। संक्रान्ति के दिन स्नान के बाद दान देने की भी परम्परा है।बागेश्वर में बड़ा मेला होता है। वैसे गंगा-स्नान रामेश्वर, चित्रशिला व अन्य स्थानों में भी होते हैं। इस दिन गंगा स्नान करके तिल के मिष्ठान आदि को ब्राह्मणों व पूज्य व्यक्तियों को दान दिया जाता है। इस पर्व पर क्षेत्र में गंगा एवं रामगंगा घाटों पर बड़े-बड़े मेले लगते है। समूचे उत्तर प्रदेश में इस व्रत को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है तथा इस दिन खिचड़ी खाने एवं खिचड़ी दान देने का अत्यधिक महत्व होता है।
      बिहार में मकर संक्रान्ति को खिचड़ी नाम से जाता हैं। इस दिन उड़द, चावल, तिल, चिवड़ा, गौ, स्वर्ण, ऊनी वस्त्र, कम्बल आदि दान करने का अपना महत्त्व है।
      महाराष्ट्र में इस दिन सभी विवाहित महिलाएँ अपनी पहली संक्रान्ति पर कपास, तेल व नमक आदि चीजें अन्य सुहागिन महिलाओं को दान करती हैं। तिल-गूल नामक हलवे के बाँटने की प्रथा भी है। लोग एक दूसरे को तिल गुड़ देते हैं और देते समय बोलते हैं -"लिळ गूळ ध्या आणि गोड़ गोड़ बोला" अर्थात तिल गुड़ लो और मीठा-मीठा बोलो। इस दिन महिलाएँ आपस में तिल, गुड़, रोली और हल्दी बाँटती हैं।
     बंगाल में इस पर्व पर स्नान के पश्चात तिल दान करने की प्रथा है। यहाँ गंगासागर में प्रति वर्ष विशाल मेला लगता है। मकर संक्रान्ति के दिन ही गंगा जी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थीं। मान्यता यह भी है कि इस दिन यशोदा ने श्रीकृष्ण को प्राप्त करने के लिये व्रत किया था। इस दिन गंगासागर में स्नान-दान के लिये लाखों लोगों की भीड़ होती है। लोग कष्ट उठाकर गंगा सागर की यात्रा करते हैं। वर्ष में केवल एक दिन मकर संक्रान्ति को यहाँ लोगों की अपार भीड़ होती है। इसीलिए कहा जाता है-"सारे तीरथ बार बार, गंगा सागर एक बार।"
     तमिलनाडु में इस त्योहार को पोंगल के रूप में चार दिन तक मनाते हैं। प्रथम दिन भोगी-पोंगल, द्वितीय दिन सूर्य-पोंगल, तृतीय दिन मट्टू-पोंगल अथवा केनू-पोंगल और चौथे व अन्तिम दिन कन्या-पोंगल। इस प्रकार पहले दिन कूड़ा करकट इकठ्ठा कर जलाया जाता है, दूसरे दिन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और तीसरे दिन पशु धन की पूजा की जाती है। पोंगल मनाने के लिये स्नान करके खुले आँगन में मिट्टी के बर्तन में खीर बनायी जाती है, जिसे पोंगल कहते हैं। इसके बाद सूर्य देव को नैवैद्य चढ़ाया जाता है। उसके बाद खीर को प्रसाद के रूप में सभी ग्रहण करते हैं। इस दिन बेटी और जमाई राजा का विशेष रूप से स्वागत किया जाता है।
    असम में मकर संक्रान्ति को माघ-बिहू अथवा भोगाली-बिहू के नाम से मनाते हैं।
        राजस्थान में इस पर्व पर सुहागन महिलाएँ अपनी सास को वायना देकर आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। साथ ही महिलाएँ किसी भी सौभाग्यसूचक वस्तु का चौदह की संख्या में पूजन एवं संकल्प कर चौदह ब्राह्मणों को दान देती हैं। इस प्रकार मकर संक्रान्ति के माध्यम से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की झलक विविध रूपों में दिखती है।
मकर संक्रान्ति का महत्व
        शास्त्रों के अनुसार, दक्षिणायण को देवताओं की रात्रि अर्थात् नकारात्मकता का प्रतीक तथा उत्तरायण को देवताओं का दिन अर्थात् सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। इसीलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तर्पण आदि धार्मिक क्रियाकलापों का विशेष महत्व है। ऐसी धारणा है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है। इस दिन शुद्ध घी एवं कम्बल का दान मोक्ष की प्राप्ति करवाता है। जैसा कि निम्न श्लोक से स्पष्ठ होता है-
माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति॥
     मकर संक्रान्ति के अवसर पर गंगास्नान एवं गंगातट पर दान को अत्यन्त शुभ माना गया है। इस पर्व पर तीर्थराज प्रयाग एवं गंगासागर में स्नान को महास्नान की संज्ञा दी गयी है। सामान्यत: सूर्य सभी राशियों को प्रभावित करते हैं, किन्तु कर्क व मकर राशियों में सूर्य का प्रवेश धार्मिक दृष्टि से अत्यन्त फलदायक है। यह प्रवेश अथवा संक्रमण क्रिया छ:-छ: माह के अन्तराल पर होती है।       
       भारत देश उत्तरी गोलार्ध में स्थित है। मकर संक्रान्ति से पहले सूर्य दक्षिणी गोलार्ध में होता है अर्थात् भारत से अपेक्षाकृत अधिक दूर होता है। इसी कारण यहाँ पर रातें बड़ी एवं दिन छोटे होते हैं तथा सर्दी का मौसम होता है। किन्तु मकर संक्रान्ति से सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध की ओर आना शुरू हो जाता है। अतएव इस दिन से रातें छोटी एवं दिन बड़े होने लगते हैं तथा गरमी का मौसम शुरू हो जाता है। दिन बड़ा होने से प्रकाश अधिक होगा तथा रात्रि छोटी होने से अन्धकार कम होगा। अत: मकर संक्रान्ति पर सूर्य की राशि में हुए परिवर्तन को अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है। प्रकाश अधिक होने से प्राणियों की चेतनता एवं कार्य शक्ति में वृद्धि होगी। ऐसा जानकर सम्पूर्ण भारतवर्ष में लोगों द्वारा विविध रूपों में सूर्यदेव की उपासना, आराधना एवं पूजन कर, उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की जाती है। 
       सामान्यत: भारतीय पंचांग पद्धति की समस्त तिथियाँ चन्द्रमा की गति को आधार मानकर निर्धारित की जाती हैं, किन्तु मकर संक्रान्ति को सूर्य की गति से निर्धारित किया जाता है। इसी कारण यह पर्व प्रतिवर्ष 14 जनवरी को ही पड़ता है।

शनिवार, 7 जनवरी 2017

काम बोलता है! पर झूठ बोलता है

अभी तक अखबारों और समाचार पत्रों के माध्यम से मैं सुन रहा था कि "काम बोलता है!" मुझे भी भरोसा होने लगा था कि काम होगा तो बोलेगा ही! ☺ पर आज तो "काम" ने सीधे मुझसे बात की, बोले तो....... सीधे काम बोला और मेरे नम्बर पर बाकायदा फोन किया, पर उसके फोन करने के बाद मुझे लगा कि भाई अब तो "काम भी झूठ बोल रहा है☺।" 
मित्रों आज मैं यह कोई व्यंग नहीं लिख रहा हूं न ही कोई कहानी है, आज मेरे साथ कुछ वाकया ही ऐसा हुआ है जो मजबूरन भरोसा करना पड़ा है कि काम बोलता तो है! मगर झूठ बोलता है। 
आज मेरे पास 12 बजकर 40 मिनट पर 0522-6691750 नम्बर से फोन आया, और उधर से बोलने वाली मोहतरमा ने सूचित किया कि वह ‘‘माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यालय से बोल रही हैं! आश्वस्त होने के लिये मैने पुनः प्रश्न किया कि कहां से बोल रही हैं? 
       ‘‘उधर से कन्फर्म किया गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से ही फोन है, और माननीय मुख्यमंत्री जी यह जानने के इच्छुक है कि आपके परिवार की दुलारी जी को समाजवादी पेंशन समय से मिल रही है या नही!!?????
दुलारी जी !! यह कौन हैं? मैने पूछा।
   तो उन मैडम ने बताया कि आपके परिवार की हैं और आपको नहीं पता?
मैने कहा कि मेरे परिवार में कोई भी इस नाम का महापुरूष नहीं हैं।
मैडम ने प्रश्न किया, ‘‘आपके परिवार मंे किसी को भी समाजवादी पेंशन नहीं मिल रही है?’’
‘‘समाजवादी क्या मेरे परिवार में कभी किसी को किसी प्रकार की कोई पेंशन नहीं मिली,
और तो और मेरी छोटी बहन ने एक बार जिद करके छात्रृवृत्ति का फार्म भर दिया था, काफी इंतजार करने पर जब उसको छात्रवृत्ति नहीं मिली तब उसने अपने काॅलेज/बैंक में पूछा तो बताया गया कि आपकी छात्रवृत्ति नेपाल में भूकम्प पीड़ितों की सहायतार्थ भेज दी गई। 
अब भला बिना फार्म भरे मेरे परिवार में किसी को पेंशन कैसे मिलने लगी।
फोन करने वाली मैडम ने पुनः आश्वस्त होना चाहा, ‘‘सर क्या सच में आपके घर में किसी को पेंशन नहंी मिली?’’ मेरे स्पष्ट इन्कार करने पर उन्होंने कहा ‘‘सर मेरे रिकार्ड में तो आपके यहां पेंशन जा रहीं है?’’
मैं उनसे कुछ और पूछना चाहता था, पर शायद उनको शर्मिंदगी लगी सो उन्होने फोन काट दिया।
यदि आप में से कोई मित्र यह फोन रिकार्डिंक सुनने का इच्छुक हो तो मुझे 9125939294 पर व्हाट्सएप सन्देश भेज सकता है।

शनिवार, 31 दिसंबर 2016

नववर्ष की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की खास बातें

  • किसानों के फसली कर्ज पर 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी, यह धनराशि उनके खातों में भेजी जायेगी।
  • छोटे कारोबारियों के लिये क्रेडिट गारंटी एक करोड़ से बढ़ाकर दो करोड़ करेगी। दो करोड़ तक के लोन की गारंटी सरकार लेगी।
  • 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड रूपे कार्ड में बदले जायेंगे।
  • मुद्रा योजना के अन्तर्गत 3.5 करोड़ लागों ने फायदा उठाया है, अब सरकार का इसे दोगुना करने का इरादा है।
  • गर्भवती महिलाओं के लिये योजना: देश के 650 सभी जिलों में 6000 रुपये देने की योजना लान्च की।
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिये स्कीम: वरिष्ठ नागरिकों के लिये सालाना 8 प्रतिशत की ब्याज दर सुरक्षित की जायेगी।
  • प्रधानमंत्री ने कैशलेस अर्थव्यवस्था के लिये ज्यादा से ज्यादा अपनाने पर जोर दिया।
  • कल लान्च किये "भीम" एप को अपनाने का किया आवाह्न।
  • प्रधानमंत्री ने कहा आज से सौ साल पहले 1917 में महात्मा गांधी के नेतृत्व चंपारण में सत्याग्रह का आंदोलन शुरू हुआ था, आज भी हमने देखा कि सच्चाई और अच्छाई के प्रति लोगों में वही विश्वास है।
  • 2017 में घर बनाने के 9 लाख तक के लोन पर 4 प्रतिशत और 12 लाख तक के लोन के लिए 3 प्रतिशत की छूट मिलेगी
  • क्‍या आपको नहीं लगता कि देश की भलाई के लिए ईमानदारी के आंदोलन को और अधिक ताकत देनी की जरूरत है.
  • भाइयों-बहनों, कानून कानून का काम करेगा. पूरी कठोरता के साथ करेगा.
  • हमारी ये भी प्राथमिकता है कि ईमानदार कैसे सुरक्षित रहे और वो कैसे प्रतिष्ठित रहे.
  • ये सरकार सज्‍जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्‍जन बनाने के लिए उपयुक्‍त वातावरण देगी.
  • पिछले कुछ दिनों की घटनाओं से सिद्ध हो गया है कि बेईमानों के लिए आगे का रास्‍ता अब आसान नहीं.
  • देशवासियों के धैर्य से शुद्धि यज्ञ चला.
  • सवा सौ करोड़ देशवासियों ने तकलीफें झेलकर यह सिद्ध कर दिया है कि हर हिंदुस्‍तानी के लिए सच्‍चाई कितनी अहमियत रखती है.
  • आपने मुझे अपना मानकर कई बातें कही हैं, आपका प्‍यार आशीर्वाद की तरह है.
  •  प्रधानमंत्री ने कहा की पूरा प्रयास है कि नववर्ष में बैंकों में सामान्‍य स्थिति बहाल हो जाएगी.
  • नोटबंदी के दौरान गड़बड़ी करने वाले और फायदा उठाने का प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्श नहीं जायेगा।  

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें



"प्रियजन, परिजन, मित्रजन पायें नव उल्लास,
मिले सभी को नव ख़ुशी, नित्य नया विश्वाष.
मन में हो नव कल्पना, तन में नव उत्कर्ष 
सपरिवार हो आपको मंगलमय नववर्ष"
आप सभी को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें

मंगलवार, 27 सितंबर 2016

Quotes जो आपकी ज़िंदगी बदल दें.

                कहा जाता है कभी-कभी कुछ Quotes आपकी सोच बदल सकते हैं, सही भी है. एक बार की बात है एक लड़का अपनी बेरोजगारी से परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए नदी में छलांग लगाने के लिए पुल पर पहुच गया, वह कूदने ही वाला था की तभी एक कागज का टुकड़ा उड़ता हुआ वहां आ गिरा और अनायास ही लड़के की नज़र उस पर चली गयी। .....वह एक अख़बार का टुकड़ा था जिस पर बड़े अक्षरों एक Quote लिखा था, लड़के ने उसे पढ़ा और अगले ही पल आत्महत्या का विचार त्याग दिया।

वाकई कुछ विचार मन को एक नयी ऊर्जा से भर देते हैं, अपने पाठको के लिए प्रस्तुत है कुछ ऐसे ही विचार।
  • सफलता Experience से आती हैं और Experience.. Bad experience से।
  • जो लोग अपनी सोच नही नही बदल सकते वो जिंदगी में कुछ नही बदल सकते।
  • तुम अपने दिमाग को कंट्रोल कर लो, नहीं तो फिर यह तुम्हें कंट्रोल करेगा।
  • जिस व्यक्ति ने अपनी आदतें बदल लीं उसका कल अपने आप बदल जाएगा, और जिसने नहीं बदलीं, उसके साथ कल भी वही होगा जो आज तक होता आया हैं।
  • अगर आप उस इंसान की तलाश कर रहे हैं जो आपकी ज़िन्दगी बदलेगा, तो आईने में देख लें।
  • अगर आप महानता हासिल करना चाहते हैं तो इजाजत लेना बंद किजिए।
  • गलतियां इस बात का सबूत हैं कि आप कम से कम प्रयास तो कर रहे हैं।
  • एक ‘इच्छा’ कुछ नहीं बदलती, एक ‘निर्णय’ कुछ बदलता हैं, लेकिन एक ‘निश्चय’ सब कुछ बदल देता हैं।
  • सफलता हमेशा अकेले में गले लगाती हैं.. लेकिन असफलता हमेशा सबके सामने तमाचा मारेगी.. यही जीवन हैं।
  • चाहे तालियां गूँजें या फीकी पड़ जाएँ, अंतर क्या हैं ? इससे मतलब नहीं है कि आप सफल होते हैं या असफल. बस काम करिये, कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता।
  • मैं सिर्फ good luck को मानता हूँ, bad luck नाम की इस दुनिया में कोई चीज नहीं, क्योंकि जो होता हैं अच्छे के लिए होता हैं। इसका मतलब हमारे साथ कुछ बुरा भी हो रहा हैं तो बुरा लग रहा हैं बुरा हैं नहीं, आज बुरा लग रहा हैं आगे आने वाले टाइम पर पता चलता हैं कि वो भी अच्छे के लिए हुआ हैं।
  • वो क्या सोचेगा…ये मत सोचो…वो भी यही सोच रहा हैं. एक समय लोग मुझसे कहते थे.. ये ले दस रुपये और मेरी photo खींच दे.. अगर मैं यही सोचता कि लोग क्या कहेंगे तो मैं आज यहाँ नहीं होता.. “दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग”।
  • सीखो सबसे, परन्‍तु follow किसी को मत करो।