शुक्रवार, 18 मार्च 2011

सावधान ! दुनिया के सबसे खतरनाक प्राणी से)

प्रिय मित्रों, आज मैं आपको इस दुनिया के सबसे खतरनाक प्राणी से परिचित करने जा रहा हूँ. वैसे तो इन्शान ने सभी प्राणियों को अपने बस में कर रखा है, मगर इस प्राणी ने इन्शान को अपने बस में कर रखा है. यह प्राणी दुनिया के अधिकतर घरों में पाया जाता है. और "पत्नी" के नाम से जाना जाता है. प्राचीन काळ में इसे "अबला" नाम से जाना जाता था. लेकिन वर्तमान में "अ" हट चुका है, और अब जो बचा है ................वह किसी भी भले मानुष की रूह कंपा देने के लिया काफी है.
     शादी से पूर्व यह प्राणी कन्या या लड़की के नाम से जाना जाता है. और हमारे अविवाहित नवयुवक भाइयों को विशेष रूप से प्रिय होता है. कुछ भाई नासमझी में इसे अपने घर में निवास  करने का आमंत्रण (वर्तमान समय में हमारे अंग्रेजीदां भाई इसे "प्रपोज"  करना कहते हैं) दे देतें हैं. और कभी-कभी जिनकी "शनि की साढ़े साती" चल रही होती है, उनका यह आमंत्रण स्वीकार भी कर लिया जाता है. और कभी-कभी ऐसा भी होता ही की इस प्राणी को घर में लाने के लिए कई लोग मिलकर जोर लागतें है. इस घटना (दुर्घटना) को जिसे "अरेंज मैरेज"  कहतें हैं. दरअसल उनमें शामिल लोग जो स्वयम इस प्राणी के साथ रहने के आदि होते हैं, उन्हें यह बर्दास्त नहीं होता की कोई नवयुवक बिना किसी भय के अपन जीवन व्यतीत करे. अथः वह तन-मन-धन से "पत्नी" नाम के इस प्राणी की जनसंख्या बढाने में अपना योगदान प्रदान करते हैं.
 यह प्राणी देखने में सुन्दर होता है और दुनिया के सभी भागों में जहाँ भी इंशानों की बस्ती है वहां पाया जाता है. बल प्राणी की निम्न विशेसतायें हैं :-
१- यह प्राणी अन्य लोंगो को (जिससे शादी हुई है, उसके अलावा) शादी के उपरांत भी प्यारा ही लगता है, शिर्फ़ "पति" नामक ओहदे से सम्मानित पुरुष को इसके वास्तविक स्वरूप के दर्शन होते हैं.
२- यह प्राणी अन्य लोंगों को ज्यादा परेशान नहीं करना सिर्फ एक ही व्यक्ति पर आपने प्रभाव का इस्तेमाल करता हैं. जिसे समाज में "पति" के नाम से जाना जाता है.
३- हमरे देश की सरकार लोंगो को "अभियक्ति की स्वतंत्रता" प्रदान करती है. मगर यह प्राणी "पति"  से उसकः यह मौलिक अधिकार भी छीन लेता है. और इस प्राणी के घर में आते ही "पति" नमक पुरुष किसी सुन्दर कन्या से किसी भी पराकार की अभियक्ति नहीं कर सकता.
४- दुनिया के बाकि सभी प्राणी अपने मालिक की बात मानते हैं., मगर यह एक ऐसा प्राणी है जो अपने मालिक को अपनी बात मानने पर मजबूर कर देता है.
        वैसे तो मुझे भी इस प्राणी को पालने की लिए मजबूर किया जा रहा है...............मगर आप की दुआओं से मुझे अभी तक इस प्राणी से मुक्ति मिले हुई है..............अतःह मैं अभी मौलिक अधिकार "अभियक्ति की स्वतंत्रता" प्रयोग कर रहा हूँ.    
     मुझे लगता है की "पत्नी:" नमक इस प्राणी को पालने की लिए नवयुकों को विशेष प्रकार का प्रशिषण दिया जाना चाइए...........मैं जल्द ही इस तरह का एक ट्रेनिंग शिविर लगाने जा रहा हूँ. जिस भाई को ट्रेनिंग लेनी हो वह तुंरत सम्पर्क करे. .................

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