दिए और हम इंसानों के बीच कई समानताएं हैं,
दोनों मिट्टी के बने होते हैं,
चेतना ही दोनों को प्रज्वलित करती है।
दिया जलता है तो चारों उजाला फैलता है।
हमारी चेतना प्रज्वलित होती है तो घर, समाज और परिवेश में उजाला फैलता है।
इसी प्रज्वलित विचार के साथ दीपावली की कोटि कोटि शुभ कामनाएँ
Ashish Mishra
Majestic India solar & electrical
Farrukhabad (U.P.)
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चेतना ही दोनों को प्रज्वलित करती है।
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